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Washington: लगातार मंगल ग्रह पर जीवन की खोज में जुटे वैज्ञानिकों (Scientists) का दावा है कि
अरबों साल पहले पृथ्वी और मंगल (Earth And Mars) ग्रह बिल्कुल एक जैसे दिखते थे। वैज्ञानिकों का कहना है कि एक समय में मंगल ग्रह बिल्कुल पृथ्वी जैसा था और ये दोनों ग्रह एक ही तरह के ‘पदार्थ’ ‘Substance’ से बने हैं। लाल ग्रह मंगल अरबों साल पहले पृथ्वी जैसा था। इस ग्रह की ‘मिट्टी’ ‘Soil’ बिल्कुल धरती जैसी है, पहले एक जैसी दिखती थी।
उसी ‘मिट्टी’ से बना दोनों ग्रह (Both Planets Made Of ‘Soil’ )
एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. बेकी मैककौली रैंच (Astrobiologist Dr. Becky McCauley Ranch) ने एक यूट्यूब वीडियो में कहा कि मंगल बिल्कुल पृथ्वी जैसा था। ऐसे सबूत मिले हैं जो बताते हैं कि लाल ग्रह पर झीलें और नदियाँ मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि जब चार अरब साल पहले सौर मंडल का निर्माण हुआ था, तब मंगल और पृथ्वी (Earth And Mars) एक ही ‘पदार्थ’ से बने थे और वे दोनों दिखने में एक जैसे दिखते थे।
मंगल ग्रह पर पानी की खोज (Discovery Of Water On Mars)
आज मंगल एक ‘शुष्क ग्रह’ ‘Dry Planet’ है, जबकि पृथ्वी एक नीला ग्रह है। पृथ्वी पर 70 प्रतिशत जल है। हालाँकि, हाल की खोजों में मंगल पर भी झीलों और धाराओं के प्रमाण मिले हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार (According To Scientists) मंगल पर पानी अभी भी ठोस अवस्था में मौजूद है। वैज्ञानिक ग्रह के ठंडे और बर्फीले हिस्सों की जांच कर रहे हैं। Dr. Ranch ने कहा कि मंगल के बारे में अध्ययन से पृथ्वी के विकास के बारे में हमारी समझ में वृद्धि हो सकती है।
प्राचीन झील में जीवन के निशान (Traces of Life in the Ancient Lake)
NASA ने अपने एक अध्ययन में पुष्टि की है कि मंगल ग्रह (Mars planet) पर पाई जाने वाली एक प्राचीन झील में जीवन के निशान मिल सकते हैं। नासा के परसेवरेंस रोवर (NASA’ s Perseverance Rover) ने इसकी तस्वीरें ली हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है कि Jezero Crater 3.7 अरब साल पहले एक झील थी, लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण यह झील सूख गई। वैज्ञानिकों (Scientists) के अनुसार, क्रेटर की मिट्टी में प्राचीन जीवन के निशान अभी भी मौजूद हो सकते हैं।
दोनों ग्रहों पर जीवन के बारे में Dr. Ranch ने कहा कि Plate Tectonics के साथ पृथ्वी का विकास जारी रहा और ग्रह पर जीवन की उत्पत्ति हुई। उसी समय, मंगल की भूगर्भीय गतिविधियाँ रुक गईं, धीरे-धीरे पानी खत्म हो गया और ग्रह पूरी तरह से सूख गया।
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