ठंड लगना: कड़ाके की ठंड में लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड के कारण हाथ-पैर और पूरा शरीर सुन्न रहता है। स्वेटर, जैकेट, टोपी और मोजे पहनने के बाद भी शरीर गर्म नहीं हो पाता है। कई लोगों के पैर बर्फ की तरह ठंडे रहते हैं।
वैसे तो सर्दियों में हर किसी के पैर ठंडे रहते हैं, लेकिन अगर जूते का मोजा पहनने के बाद भी आपके पैर बर्फ की तरह ठंडे रहते हैं तो यह कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। अचानक हाथ-पैर ठंडे होना आपको इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। आप इस मामले में एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पैरों का ठंडा होना इन 5 बीमारियों का लक्षण हो सकता है।
ठंड लगना यह कई बीमारियों का संकेत
1-तनाव-अगर आपके पैर ठंडे हैं तो यह आपके तनाव का संकेत देता है। जिन लोगों को अधिक तनाव होता है। तनाव के कारण शरीर का रक्त प्रवाह प्रभावित होता है, जिससे उंगलियाँ और अंगूठे ठंडे हो जाते हैं।
2-मधुमेह-यह शिकायत तब होती है जब मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा बढ़ जाता है। अगर आपके पैर अत्यधिक ठंडे हैं, तो यह मधुमेह का चेतावनी संकेत भी हो सकता है।
3 कोलेस्ट्रॉल हाई-जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है, उनके शरीर में रक्त संचार की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में हमारे हाथ-पैर हमेशा ठंडे रहते हैं। अगर आपके पैर भी ठंडे हैं, तो यह कोलेस्ट्रॉल या सूजन की समस्या भी हो सकती है।
अचानक हाथ-पैर ठंडे होना
4-हाइपोथायरायडिज्म-थायराइड से जुड़ी कोई समस्या होने पर भी शरीर में पर्याप्त हार्मोन नहीं बनते हैं। जिससे आपके कई अंग प्रभावित होते हैं। अगर पैर हमेशा ठंडे रहते हैं तो यह हाइपोथायरायडिज्म हो सकता है।
5-रायनौद की बीमारी-यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर ठंड से ज्यादा प्रतिक्रिया करता है। जब भी तापमान कम होगा, हाथ-पैर ठंडे हो जाएंगे और बर्फ की तरह सुन्न हो जाएंगे। कई बार हाथों और पैरों का रंग पीला या नीला हो जाता है। आपको इस समस्या को गंभीरता से लेने की जरूरत है।
अस्वीकरण: Hindi All India World इस लेख में बताए गए तरीकों, तरीकों और दावों की पुष्टि नहीं करता है। इन्हें केवल सुझाव के रूप में लें। किसी भी दवा / उपचार / का पालन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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